अयोध्या। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए आज प्रधानमंत्री मोदी के हाथों अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रोचारण के बीच भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हो गया। इस दौरान राम मंदिर निर्माण के लिए पुरे विधि-विधान और अनुष्ठान के साथ 9 आधारशिला रखी गईं। भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी ने हनुमानगढ़ी में भगवान बजरंगबली में पूजा और दर्शन किए। इसके बाद वह श्री राम जन्मभूमि पहुंचे, वहां पीएम मोदी ने भगवान श्री राम लला विराजमान की पूजा और दर्शन किया और परिजात का पेड़ लगाया। इसके बाद मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में जब दक्षिणा की बारी आई तो पंडित जी ने कहा, किसी भी यज्ञ में दक्षिणा आवश्यक होती है। ऐसे जजमान कहां मिलेंगे हम लोगों को। यज्ञ की पत्नी का नाम दक्षिणा है, यज्ञ रूपी पुरुष और दक्षिणा रूपी पत्नी के संयोग से एक पुत्र की उत्पत्ति होती है, जिसका नाम है फल।
पंडित जी ने आगे कहा, दक्षिणा तो इतनी दे दी गई कि अरबो आशीर्वीद इनकों प्राप्त होंगे। कुछ समस्याएं हैं भारत में अभी भी, जिनको दूर करने का पीएम ने संकल्प लिया ही है, 5 अगस्त में सोने में सुगंध हो जाए कुछ और उसमें जुड़ जाए तो भगवान सीता राम की कृपा। इससे पहले भी पंडित जी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि इस तरह के जजमान मिले हैं। उन्होंने कहा कि शायद उनका जन्म ही इसी काम की वजह से हुआ है।
जानिए पूजा में कौन-कौन था यजमान
राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपालदास व अशोक सिंघल के बड़े भाई के बेटे सलिल सिंघल मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे। श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में 36 आध्यात्मिक परंपराओं से संबंध रखने वाले 135 पूज्य संत भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने इसलिए लगाया पारिजात का पौधा
भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान राम को दंडवत प्रणाम किया। पारंपरिक धोती-कुर्ता पहने मोदी को हनुमानगढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी ने एक पटका भेंट किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के प्रांगण में पारिजात का पौधा भी लगाया है। ये पौधा कोई सामान्य पौधा नहीं है। इस पौधे के बारे में कहा जाता है कि पारिजात पौधे को देवराज इंद्र ने स्वर्ग में लगाया था। इस वृक्ष को लेकर हिंदू धर्म में कई तरह की मान्यताएं हैं। इनके मुताबिक, धन की देवी लक्ष्मी को पारिजात के फूल बेहद प्रिय हैं। मान्यता ये भी है कि लक्ष्मी की पूजा करने के दौरान यदि उन्हें ये फूल चढ़ाए जाएं तो वो बेहद प्रसन्न होती हैं। पीएम मोदी लगभग 3 घंटे तक अयोध्या में रहे।
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