नई दिल्ली: चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 राफेल विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरने जा रहे हैं। ये विमान फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरेंगे। यहीं पर राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है। राफेल विमान बुधवार को हरियाणा के अम्बाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर लैंड करेगा।
फ्रांस से उड़ान भरने के बाद राफेल 10 घंटे की दूरी तय करने के बाद सयुंक्त अरब अमीरात में फ्रांस के एयरबेस अल धफरा एयरबेस पर लैंड करेगा और अगले दिन राफेल विमान अम्बाला के लिए उड़ान भरेगा। बता दें कि राफेल विमान फ्रांस से 7,364 किमी की दूरी तय कर भारत पहुंचेंगे।
अब तक वायुसेना के 12 पायलट राफेल के लिए अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। कुछ और ट्रेनिंग की फाइनल स्टेज में हैं। दोनों देशों के बीच हुए करार के मुताबिक, फ्रांस को भारत के 36 पायलटों को राफेल उड़ाने की ट्रेनिग देना है। इनमें से ज्यादातक की ट्रेनिंग फ्रांस में होगी।
राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘Golden Arrows' का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है। फ्रांस से यूएई के यात्रा के दौरान राफेल विमान के साथ हवा में ईंधन भरने वाले 2 refuler भी आएंगे।
भारतीय वायु सेना के पायलट जिन्होंने राफेल विमान के उड़ान की ट्रेनिंग ली है वही विमान उड़ाकर लेकर भारत ला रहे हैं। 29 जुलाई को राफेल विमान को औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना में अम्बाला में शामिल किया जाएगा।
from India TV Hindi: TopStory Feed https://ift.tt/3f4yI5Y
via IFTTT
0 comments:
Post a Comment