
दिल्ली में कोरोना संकट के बीच एलजी और आप सरकार के बीच एक बार फिर ठन गई है। ताजा विवाद एलजी के उस आदेश को लेकर है जिसमें उन्होंने दिल्ली में होम क्वारन्टीन की व्यवस्था खत्म करने को कहा था। एलजी के इस आदेश के बाद आप विधायक राघव चड्ढा ने कहा है कि अस्पतालों की खराब हालात को देखकर लोग पहले ही परेशान है। ऐसे में अनिवार्य रूप से क्वारन्टीन सेंटर जाने की अनिवार्यता के चलते लोग कोरोना टेस्ट ही नहीं कराएंगे। उन्होंने कहा कि जून के अंत तक दिल्ली में 90000 बिस्तरों की जरूरत होगी। लेकिन ये व्यवस्था कहां से होगी पता नहीं।
बता दें कि दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने इस बारे में आदेश जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में हर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को पांच दिन क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा। आदेश में कहा गया है कि हर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को पांच दिन के लिए अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा। इसके बाद ही किसी व्यक्ति को होम आइसोलेशन में भेजा जाएगा। लेकिन अगर लक्षण हैं तो आगे उसी हिसाब से क्वारंटाइन सेंटर या हॉस्पिटल में भेजा जाएगा।
As per yesterday's order, all #COVID19 patients, symptomatic or asymptomatic, will be kept in quarantine centres for 5 days. People from my constituency have told me that they won't get themselves tested for fear of being whisked away to quarantine centres: AAP MLA Raghav Chadha pic.twitter.com/6JHQCuXqSj
— ANI (@ANI) June 20, 2020
एलजी के इस आदेश के बाद राघव चड्ढा ने कहा कि हमारे अनुमान के मुताबिक दिल्ली में 30 जून तक 15000 बिस्तरों की जरूरत होगी। लेकिन अब नए आदेशके बाद दिल्ली में 90000 बिस्तरों की जरूरत होगी। हम ये बिस्तर का इंतजाम कहां से करेंगे। इस बात के लिए एलजी की ओर से कोई स्पष्टिकरण नहीं है। राघव ने कहा कि मेरी अपने क्षेत्र के कुछ लोगों से बात हुई है। आम लोगों से बात करने से ये ही पता चलता है कि क्वारन्टीन सेंटर जाने के डर से वे कोरोना टेस्ट करवाने से ही बच रहे हैं।
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