वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ हो रही कार्रवाई के खिलाफ बिल पास किया है, जिससे चीन तिलमिला उठा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पास किए गए इस बिल के मुताबिक, उइगर मुस्लिमों को डिटेंशन सेंटरों में डालने और उनपर सर्विलांस करने वाले अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। पहले ट्रेड और फिर कोरोना वायरस के मुद्दे पर विवाद के बाद अब उइगर मुस्लिमों को लेकर अमेरिका ने चीन पर कार्रवाई करते हुए यह बिल पास किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, माना जा रहा है चीन के खिलाफ उठाया गया यह अमेरिका का बहुत बड़ा कदम है। हालांकि, इस बिल को पास किए जाने के बाद अब चीन ने भी इसपर बयानबाजी शुरू कर दी है। समाचार एजेंसी एएफपी ने ट्वीट पर जानकारी दी कि बीजिंग (चीन की राजधानी) का कहना है कि उइगर बिल चीन पर दुर्भावनापूर्ण हमला है और इसके परिणाम भुगतने होंगे।
उइगर मानवाधिकार नीति अधिनियम 2020 को बिना डोनाल्ड ट्रंप ने बिना किसी समारोह के अपनी मंजूरी दे दी। अमेरिकी कांग्रेस के पक्ष और विपक्ष (डेमोक्रेट्स और रिपबलिकन) दोनों का समर्थन मिला था। रिपोर्ट के अनुसार, यह बिल चीन में उइगुर मुस्लिमों के मानवाधिकारों की रक्षा करेगा। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र (UN) का अनुमान है कि चीन में करीब दस लाख से ज्यादा उइगर मुसलमानों को शिविरों के भीतर हिरासत में लिया हुआ है।
#BREAKING Beijing says US Uighur bill 'maliciously attacks' China, threatens consequences pic.twitter.com/WDCZqz74cD
— AFP news agency (@AFP) June 18, 2020
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