ऑटो टेक्नोलॉजी की प्रमुख कंपनी बॉश ने मोटरसाइकिल के लिए एक नया ऑटोमैटिक इमरजेंसी कॉल सिस्टम तैयार किया है। इसे हेल्प कनेक्ट नाम दिया गया है, इसमें इंटेलीजेंट क्रैश एल्गोरिदम का इस्तेमाल किया गया है। सिस्टम दुर्घटना की स्थिति में इमरजेंसी सेवाओं को ऑटोमैटिकली अलर्ट भेजता है। बॉश का कहना है कि सिस्टम आपातकालीन सेवाओं के रिस्पांस टाइम को आधा करने में मदद कर सकता है। फिलहाल यह सिस्टम जर्मनी के ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। यह ऐप की मदद से काम करता है, राइडर्स इसमें अपनी मेडिकल हिस्ट्री और इमरजेंसी कॉन्टैक्ट की भी सेव कर सकते हैं।
बॉश हेल्प कनेक्ट कैसे काम करता है?
- बॉश हेल्प कनेक्ट सिस्टम में एक 'इंटेलीजेंट क्रैश एल्गोरिदम' है, जो मोटरसाइकिल की इनरशियल (inertial) सेंसर यूनिट में स्थापित है। सिस्टम बॉश मोटरसाइकिल स्टैबिलिटी कंट्रोल (MSC) के साथ काम करता है जो एक्सीलेरेशन और एंगुलर वेलोसिटी को एक सेकंड में सौ गुना मापती है। जब मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त होती है तब यह सिस्टम मोटरसाइकिल की स्पीड और एंगुलर पोजीशन में अचानक आए परिवर्तन का पता लगाता है, और ऑटोमैटिकली बॉश विवाटर स्मार्टफोन ऐप के माध्यम से आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट भेजता है।
- हेल्प कनेक्ट राइडर के सटीक जीपीएस लोकेशन और अन्य डिटेल्स को बॉश सर्विस सेंटर को भेजता है, जो इमरजेंसी सेवाओं से संबंधित है। राइडर्स ऐप पर अपनी मेडिकल हिस्ट्री या इमरजेंसी कॉन्टैक्ट की जानकारी का विवरण ऐप में सेव कर सकते हैं। घायल राइडर्स की लोकेशन और मेडिकल रिकॉर्ड पहले से पता होने से इमरजेंसी रिस्पांस टाइम को कम करने की क्षमता रखती है।
- बॉश का कहना है कि एल्गोरिथ्म सड़क पर एक गंभीर दुर्घटना के बीच अंतर करने के लिए पर्याप्त समझदार है कि मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त हुई है या उसे पार्क किया गया है। सिस्टम का अन्य लाभ यह है कि इसके लिए अलग से किसी कंट्रोल सिस्टम की आवश्यकता नहीं होती है और यह आसानी से मोटरसाइकिल के इनरशियल सेंसर के साथ एकीकृत हो सकता है। सिस्टम ब्लूटूथ के माध्यम से बॉश के ऐप से जुड़ता है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि एक मोटरसाइकिल निर्माता के स्वामित्व वाले ऐप को भी सिस्टम के साथ एकीकृत किया जा सकता है।
यह कहां उपलब्ध है?
- बॉश ने अभी के लिए, जर्मनी के ग्राहकों के लिए हेल्प कनेक्ट सिस्टम की शुरुआत की है।
- कंपनी ने बताया कि उस स्थिति में, जब ग्राहक जर्मनी (ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, फ्रांस, इटली, आयरलैंड, लक्समबर्ग, नीदरलैंड, स्पेन, स्विट्जरलैंड और यूनाइटेड किंगडम) के बाहर यूरोपीय देशों में एक दुर्घटनाग्रस्त होते हैं, तो सिस्टम बॉश सर्विस सेंटर के साथ कनेक्ट करने में सक्षम होगा, जो दुर्घटना के बारे में स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को सूचित करेगा। स्वाभाविक रूप से, सिस्टम केवल उन मोटरसाइकिलों के साथ काम करेगा जिनके पास पहले से ही आवश्यक इनरशियल मेजरमेंट यूनिट और MSC फीचर्स हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2AOlRXr
via IFTTT
0 comments:
Post a Comment