CBSE Board Exams 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं (CBSE Board Exams 2020) के शेष बचे पेपर की परिक्षाओं से पहले जरूरी दिशा-निर्देश (गाइडलाइंस) जारी किए हैं। सीबीएसई ने कोरोना संकट के बीच 1 जुलाई से शुरू हो रही बाकी परिक्षाओं के लिए छात्रों को दो बड़ी राहत दी हैं। पहली जो भी छात्र अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव चाहते हैं उनके लिए महत्वपूर्ण गाइडलाइंस CBSE ने जारी की है। सीबीएसई की एक नोटिफिकेशन में इससे संबंधित जानकारी दी गई है। वहीं दूसरी तरफ ऐसे छात्र जो परीक्षा में भाग लेने के लिए लेखक का सहयोग लेते हैं अगर वे सीबीएसई की इस परीक्षा में भाग नहीं लेना चाह रहे हैं, तो उन्हें संबंधित स्कूल को इसकी सूचना देनी होगी।
सीबीएसई ने एग्जाम सेंटर के संबंध में लिया बड़ा फैसला
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार सीबीएसई ने एग्जाम सेंटर के संबंध में बड़ा निर्णय लिया है। सीबीएसई की गाइडलाइन के मुताबिक, अब आवंटित एग्जाम सेंटर के अलावा संबंधित स्कूलों में एग्जाम होगा, जबकि दूसरा बड़ा फैसला है कि सीबीएसई वैसे छात्रों को एग्जाम सेंटर बदलने की अनुमति देगा, जो उस शहर में नहीं रह रहे हैं जिस शहर में उनका स्कूल है। गाइडलाइंस के अनुसार, स्कूलों को अपने छात्रों से संपर्क करने और एग्जामिनेशन सेंटर में बदलाव करने के लिए 3 जून से 9 जून तक का समय मिला है, जबकि इस तरह के कैंडिडेड संबंधिक स्कूल से अपना अनुरोध 3 जून से 9 जून तक कर सकते हैं। इसके अलावा संबंधित स्कूलों को जिन कैंडिडेड ने एग्जाम सेंटर बदलने का निवेदन किया है। उनसे संबंधित जानकारी स्कूल 3 जून से लेकर 11 जून शाम 5 बजे तक अपलोड करने का समय दिया गया है, जबकि प्राइवेट कैंडिडेड एग्जामिनेशन सेंटर बदलने के लिए 3 जून से लेकर 11 जून तक शाम 5 बजे तक अप्लाई कर सकते हैं।
देनी पड़ेगी संबंधित स्कूल को सूचना
सीबीएसई ने विशेष जरूरतों वाले छात्र को राहत दी है। विशेष जरूरतों वाले ये छात्र, जिन्हें पेपर देने के लिए किसी लेखक की सुविधा लेनी पड़ती है। वे सभी सीबीएसई के 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लंबित पेपर में भाग नहीं लेने का फैसला ले सकते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वैसे छात्र जो परीक्षा में भाग लेने के लिए लेखक का सहयोग लेते हैं अगर वे सीबीएसई की इस परीक्षा में भाग नहीं लेना चाह रहे हैं, तो उन्हें संबंधित स्कूल को इसकी सूचना देनी होगी। सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि उनका रिजल्ट एक मूल्यांकन योजना के माध्यम से घोषित किया जाएगा जिसे बोर्ड तय करेगी। रिपोर्ट में इस तरह का भी सुझाव दिया गया है कि सीबीएसई विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम, 2016 के आधार पर इस पर निर्णय ले सकती है। वैसे छात्र जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन स्पेशल नीड्स श्रेणी के बच्चों को और भी सुविधाएं इस साल के बाद से मिलेने लगेगी, वैसे छात्र बेसिक कैलकुलेटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सीबीएसई के अनुसार, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना काफी कठिन होगा। ऐसे छात्रों का परीक्षा परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के अनुसार जारी होगा।
बता दें कि, कोरोना महामारी के संकट के कारण देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में पठन पाठन का कार्य प्रभावित हुआ है। कोविड-19 के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया और शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा और एग्जाम को बीच में ही रोकना पड़ा। हालांकि, शिक्षण कार्य प्रभावित न हो इसके लिए कई प्राइवेट और सरकारी स्कूलों ने छात्रों को ऑनलाइन क्लासेज कराना शुरू कर दिया। अब अनलॉक 1 में इसे फिर से कराने की पहल की गई है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति में कई अभिभावक संगठन इस तरह के निर्णय का विरोध कर रहे हैं।
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