नई दिल्ली/शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को क्वारंटाइन डेस्टिनेशन को लेकर दिए अपने उस बयान पर सफाई दी, जिसको लेकर विपक्ष ने उनपर निशाना साधा था। इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'मुख्यमंत्री सम्मेलन' में जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने वेलनेस टूरिज्म के लिहाज से क्वारंटाइन डेस्टिनेशन की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वेलनेस टूरिज्म के तहत अगर कोई व्यक्ति हिमाचल में क्वारंटाइन होना चाहता है तो वह हो सकता है, बशर्ते वह कोरोना पॉजिटिव न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में मौजूदा समय में अगर बाहर से कोई व्यक्ति आता है तो उसे नियम के तहत क्वारंटाइन होना पड़ता है। लेकिन, अगर वह चाहे तो पैसे देकर हमारे होटलों में क्वारंटाइन हो सकता है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह भी बताया कि मई की शुरुआत में हिमाचल कोरोना फ्री होने वाला था और राज्य में सिर्फ एक ही पॉजिटिव केस था। लेकिन, प्रवासी हिमाचलियों के लौटने से यहां कोरोना के केस फिर बढ़ गए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के बाहर रह रहे हिमाचली नागरिक वापस आना चाहते थे और बाहर उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। मानवीय आधार पर सरकार ने उनके लिए हिमाचल वापस आने की सुविधा की। उनके साथ कोरोना वायरस भी राज्य में पहुंचा और अब राज्य में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 330 हो गई है।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हिमाचल के गांव कोरोना वायरस से बचे हुए हैं, जो बहुत बड़ी राहत की बात है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि राज्य धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की तरफ बढ़ रहा है और आज पहली जून से हिमाचल में राज्य के भीतर परिवहन को मंजूरी दे दी गई है तथा राज्य का उद्योग भी लगभग 70 प्रतिशत तक रिकवर हो चुका है।
from India TV Hindi: TopStory Feed https://ift.tt/2ZXn8pw
via IFTTT
0 comments:
Post a Comment