
नई दिल्ली: भारत के साथ एलएसी पर तनाव बढ़ाने के लिए अमेरिका ने चीन को बेहद सख्त चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा है की चीन ने भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ा दिया है और अगर उसका यही रुख रहा तो हमें उसके बारे में दूसरी तरह से सोचना होगा। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने एक सेमिनार के दौरान कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपने पड़ोस में बदमाश की तरह काम कर रही है और इसका असर पूरी दुनिया पर हो रहा है।
इससे पहले एलएसी पर झड़प के दौरान हुई शहादत पर अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा था कि भारत के शहीद जवानों को अमेरिका कभी नहीं भूलेगा। इस बार चीन के खिलाफ अमेरिका का ये बयान बताता है कि दोनों देशों के रिश्ते हर रोज़ तल्ख होते जा रहे हैं।
माइक पोंपियो ने कहा, "मुझे लगता है कि पूरी दुनिया में हर रोज़ ये साफ होता जा रहा है कि चाइनीज़ कम्युनिस्ट पार्टी हॉंगकॉंग की स्वतंत्रता खत्म करने और संयुक्त राष्ट्र के तहत किए गए समझौतों का उल्लंघन करने का फैसला ले चुकी है। जनरल सेक्रेटरी शी ने चीनी मुसलमानों के खिलाफ दमन के एक क्रूर अभियान को हरी झंडी दे दी है जो मानवाधिकारों के उल्लंघन के पैमाने पर हमने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद नहीं देखा है।"
उन्होंने आगे कहा, "पीएलए ने दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले लोकतंत्र भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ा दिया है। हम देख रहे हैं चीन यही काम दक्षिण चीन सागर में करता है और अवैध रूप से वहां अधिक क्षेत्र का दावा करता है जिससे महत्वपूर्ण समुद्री रास्तों को खतरा है। एक बार फिर चीन ने वादा तोड़ा है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अपने ही पड़ोस में बदमाश एक्टर की तरह व्यवहार कर रही है। यह हम सभी को प्रभावित करता है।"
बता दें कि अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार रात ट्विटर पर एक बयान जारी किया। हाल के दिनों में इसे अमेरिकी की तरफ से चीन को सबसे बड़ी धमकी या चेतावनी माना जा सकता है। ट्रंप ने कहा- हमारे पास चीन से रिश्ते खत्म करने का विकल्प मौजूद है।
खास बात ये है कि ट्रंप ने इसकी कोई वजह नहीं बताई कि वो क्यों चीन से रिश्ते खत्म करने की बात कह रहे हैं। ट्रंप के बयान के एक दिन पहले अमेरिकी ट्रेड एडवाइजर रॉबर्ट लाइटहाइजर भी यही बात कह चुके हैं। लिहाजा, मामला गंभीर लगता है।
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