नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पश्चिम बंगाल के लिए अपनी डिजिटल रैली के दौरान कोरोना वायरस महामारी से निपटने में तृणमूल कांग्रेस सरकार के कथित कुप्रबंधन तथा प्रवासी श्रमिक संकट का मुद्दा उठा सकते हैं। भाजपा सूत्रों ने बताया कि वैसे तो यह संबोधन भाजपा के आत्मनिर्भर अभियान का हिस्सा है लेकिन शाह के भाषण में तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी के कुप्रबंधन, प्रवासी श्रमिक संकट तथा हिंसा की राजनीति जैसे मुद्दे क शामिल होने की संभावना है।
प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘अमित शाह जी निश्चित ही कोविड-19 से निपटने में केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में बोलेंगे। लेकिन साथ ही ऐसी संभावना है कि वह राजनीतिक हिंसा, महामारी से निपटने में राज्य सरकार की विफलता, प्रवासी श्रमिक संकट तथा चक्रवात अम्फान के बाद की स्थिति के मुद्दों का जिक्र करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं समेत लाखों लोग उनके भाषण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नौ साल के शासन के खिलाफ पिछले सप्ताह नौसूत्री आरोपपत्र जारी कर चुकी भाजपा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ‘आर नोई ममता’ (ममता का शासन अब और नहीं) अभियान चलाया है।
बता दें कि प्रदेश में अगले साल (2021) में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन भाजपा अभी से ही तैयारी में जुट गई है। अमित शाह अलग-अलग मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर 11 बजे बीजेपी कार्यकर्ताओं और आम लोगों से संवाद करेंगे। इस रैली में बंगाल बीजेपी के सभी बड़े नेता शिरकत करेंगे।
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